मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आई थी, जिसमें एक महिला ने सात सांपों को जन्म देने का दावा किया। महिला के परिवार ने गांव के लोगों को यह असंभव कहानी सुनाई, जिससे इलाके में दहशत और चर्चा का माहौल बन गया। एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें महिला प्रसव पीड़ा में तड़पती दिख रही थी और जमीन पर सांप जैसे पदार्थ पड़े थे।लेकिन छतरपुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने इस खबर का तुरंत खंडन किया। मेडिकल जांच में पता चला कि ये वस्तुएं असल में खून के थक्के थे, जो दिखने में सांप जैसे लग रहे थे। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि महिला ने सांप जैसे जीवों को जन्म देना जैविक रूप से असंभव है।यह घटना खजुराहो के मऊ मसानिया गांव की है, जहां महिला रिंकी अहिरवार ने यह दावा किया था। जांच के बाद ‘सांप जैसी वस्तु’ घुल गई और महिला को पेट में हल्का दर्द होने पर अल्ट्रासाउंड के लिए अस्पताल भेजा गया।विशेषज्ञों ने कहा कि इस तरह के दावे अक्सर भ्रम, मानसिक तनाव या अंधविश्वास की वजह से होते हैं। डॉक्टरों की त्वरित जांच और स्पष्टीकरण ने अफवाहों को फैलने से रोक दिया है।इस घटना ने एक बार फिर सच और भ्रम के बीच के फर्क को उजागर किया है।
छतरपुर में सांपों के जन्म का वायरल दावा, डॉक्टरों ने बताई सच्चाई
