कोरबा : जिले में अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक पूरी सख्ती दिखा रहे हैं, लेकिन बांकीमोंगरा क्षेत्र में जुआ संचालक पुलिस को ही चुनौती दे रहे हैं। बीते कई महीनों से यहां अलग-अलग स्थान बदलकर जुए का फड़ संचालित किया जा रहा है, जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को होने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।इस निष्क्रियता से न केवल पुलिस की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जबकि जिला पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जुआ खेलने और खिलाने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जाए, फिर भी अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।सूत्रों के मुताबिक, कुछ जुआ संचालक पुलिसकर्मियों को पैसे का लालच देकर बेखौफ अपना खेल चला रहे हैं। यहां जुआ खेलने के लिए लोगों को मोबाइल पर सूचना दी जाती है, उन्हें एक स्थान पर बुलाने के बाद मोबाइल बंद करवा दिए जाते हैं। जुआ के दौरान मछली और मुर्गे का इंतजाम भी किया जाता है, साथ ही जरूरत पड़ने पर ब्याज पर पैसा भी उपलब्ध कराया जाता है।हर रोज 20 से 25 लोगों का जमावड़ा होता है, जहां हजारों-लाखों रुपये का दांव खेला जाता है। बताया जा रहा है कि यह फड़ तेलसरा बारूद फैक्ट्री और ढेलवाड़ी के जंगल में लगातार स्थान बदलकर लगाया जाता है। फड़ शुरू होने से पहले ही संचालक अपना हिस्सा तय कर लेते हैं और लोकेशन ट्रेस होने से बचने के लिए मोबाइल पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिए जाते हैं।अब देखना यह होगा कि क्या स्थानीय पुलिस इन जुआ अड्डों पर शिकंजा कसती है या फिर यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा और संचालक अपनी जेबें भरते रहेंगे।
बांकीमोंगरा में खुलेआम चल रहा जुए का फड़, पुलिस की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
