नई दिल्ली।
सोमवार शाम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक दिए गए इस्तीफे ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। उनके इस अप्रत्याशित कदम ने केंद्र सरकार और भाजपा नीत एनडीए गठबंधन को भी हैरान कर दिया है, हालांकि लोकसभा और राज्यसभा में बहुमत होने के कारण उपराष्ट्रपति पद के लिए अगला उम्मीदवार तय करना भाजपा के लिए ज्यादा चुनौतीपूर्ण नहीं होगा।धनखड़ के इस्तीफे के बाद इस संवैधानिक पद के लिए संभावित नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि भाजपा ऐसे व्यक्ति को उपराष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है, जो विवादों से दूर हो, अनुभवी हो और संगठन या सरकार के कार्यों में विश्वास रखने वाला हो।धनखड़ इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके थे, इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि संभावित उम्मीदवारों में वर्तमान राज्यपाल, वरिष्ठ संगठनात्मक नेता या केंद्र सरकार के किसी मंत्री को प्राथमिकता मिल सकती है।भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, “फिलहाल पार्टी स्तर पर विचार-विमर्श जारी है, लेकिन निश्चित रूप से हम ऐसा नाम चुनेंगे जो भरोसेमंद, अनुभवी और विवादों से परे हो।”सूत्रों के अनुसार, जेडीयू से राज्यसभा उपसभापति हरिवंश का नाम भी संभावित उम्मीदवारों की सूची में शामिल है। वे 2020 से इस पद पर कार्यरत हैं और सरकार का भरोसा भी हासिल है।धनखड़ के तीन साल के कार्यकाल के दौरान राज्यसभा में विपक्ष से उनके संबंध अक्सर तनावपूर्ण रहे। उन्होंने कई बार विवादित मुद्दों पर तीखी टिप्पणियाँ कीं, जिससे सरकार को भी कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।अब देखना होगा कि एनडीए इस अहम संवैधानिक पद पर किस भरोसेमंद चेहरे को आगे लाता है।