नई दिल्ली। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट का शिकार हुआ है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश का फॉरेक्स रिजर्व 1.1 अरब डॉलर घटकर 695.489 अरब डॉलर पर आ गया। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस दौरान सोने के भंडार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी निवेशकों की निकासी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती के कारण फॉरेक्स रिजर्व में कमी आई है।
क्यों घट रहा है रिजर्व?
विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी की निकासी डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में उतार-चढ़ाव
क्या है विदेशी मुद्रा भंडार?
विदेशी मुद्रा भंडार वह पूंजी है जो किसी देश के पास विदेशी मुद्राओं, सोने और अन्य अंतरराष्ट्रीय संपत्तियों के रूप में सुरक्षित रहती है। इसका इस्तेमाल आयात भुगतान, विदेशी कर्ज चुकाने और रुपये की स्थिरता बनाए रखने के लिए किया जाता है।
विशेषज्ञों की राय
आर्थिक जानकारों का कहना है कि यदि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में वापसी करते हैं और रुपये की स्थिति स्थिर होती है, तो आने वाले हफ्तों में भंडार में फिर बढ़ोतरी संभव है।